जभी बहुत दुख का एहसास होता है। तब अकेले में जी भरकर रो लेने का मन करता है और बहुत सारे आंसू बह जाने के बाद सच में बहुत ही सुकून मिलता है दिल और दिमाग को।क्योंकि यह आंसू अपने साथ दिल और दिमाग का सारा बोझ अपने साथ बहा ले जाते है और मन को एक सुकून देकर जाते है। सच में यह आंसू हमे भगवान के आशिर्वाद लगते है। क्योंकि जभी आते है तब दिल का सारा दुख, दर्द और सारी कटु भावनाओं को अपने साथ बहा ले जाते है। बहुत हल्का महसूस करते हे हम रोने के बाद। क्योंकि सारा दुख अपने साथ बहा ले जाकर सौगात के रूप में आंसू दिल और दिमाग के लिए सुख और शांति की सुंदर भेट आखिर में हमे देकर जाते हैं।